उत्तराखण्ड/केदारनाथ/मुम्बई : मुंबई से केदारनाथ यात्रा पर आए दो श्रद्धालु केदारनाथ- गौरीकुंड नदी के पास फंस गए। एसडीआरएफ के सूचना मिलने पर दोनों को सुरक्षित रेस्क्यू किया। बताया गया कि , केदारनाथ मंदिर से गौरीकुण्ड की ओर वापस आते समय अपने मुख्य मार्ग को छोड़कर नदी किनारे चलते हुए जल्दी नीचे पहुचने के प्रयास में रास्ता भटक गए थे और नदी की दूसरी ओर जा फंसे।
जानकारी के मुताबिक 15 अक्टूबर की देर शाम, चौकी लिन्चोली से एसडीआरएफ टीम को सूचना मिली कि गरुड़ चट्टी के पास किसी व्यक्ति का पैर फैक्चर हो गया है। एसडीआरएफ टीम की आवश्यकता है। सूचना पर एसडीआरएफ पोस्ट लिन्चोली से हेड कांस्टेबल प्रेम प्रकाश के हमराह टीम तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुई। एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम ने गरुड़ चट्टी पुल से लेकर भैरव ग्लेशियर तक नदी में सर्चिंग की गई। परन्तु दौराने सर्चिंग कोई नही मिला। सूचना गरुड़ चट्टी पुल की ना होकर छोटी लिन्चोली से नीचे नदी की थी। रेस्क्यू टीम ने सही सूचना प्राप्त होते ही बिना समय गवाये तत्काल छोटी लिन्चोली से नीचे नदी मे सर्चिंग की गई। सर्चिंग के दौरान दो व्यक्ति नदी के दूसरी तरफ फंसे हुए पाए गए। रेस्क्यू टीम ने दोनो व्यक्तियों को रोप के माध्यम से सकुशल रेस्क्यू किया गया। रामदास पठारे पुत्र दत्तू निवासी तल्ले गांव ,दाभाड़े, पुने महाराष्ट्र व यशवंत डभारे पुत्र पाण्डुरंग निवासी गांव दाभाड़े महाराष्ट्र ने बताया गया कि वो पुणे महाराष्ट्र से उत्तराखण्ड में केदारनाथ यात्रा के लिए आये थे।
एसडीआरएफ का जताया आभार– एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम ने रोप के माध्यम से दोनो व्यक्तियों को सकुशल बाहर निकाला गया। दोनो व्यक्तियों द्वारा क्विक रिस्पांस और कुशल रेस्क्यू केलिए एसडीआरएफ उत्तराखण्ड पुलिस का आभार व्यक्त किया गया,जिन्होंने समय रहते उनकी जान बचाई। नदी की तेज धार न रात्रि के घनघोर अंधेरे से विचलित होकर केवल मानव जीवन की रक्षा को अपना परम् कर्तव्य मानती हुई,सदैव तत्पर एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम ने अपने साहस और बल से दोनो व्यक्तियों को सकुशल बाहर निकाला जिसमे मुख्य आरक्षी प्रेम प्रकाश के हमराह आरक्षी नवीन कुमार, आरक्षी रमेश रावत, आरक्षी भूपेंद्र सिंह व आरक्षी प्रीतम शामिल रहे।