“स्वर्णिम विजय वर्ष में मालदेवता पैराग्लाइडिंग फेस्टिवल 2021 की हुई शुरुआत
पाकिस्तान के खिलाफ हुए युद्ध की जीत के 50 साल हुए पूरे
भारत में 2021 को स्वर्णिम विजय वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है।
देहरादून : पाकिस्तान के साथ 1971 में हुए युद्ध में भारतीय जवानों ने अपने अदम्य शौर्य, बहादुरी का परिचय देते हुए जीत का परचम लहराया था। इस विजय के 50 वर्ष पूरे होने पर भारत में 2021 को स्वर्णिम विजय वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। बीएसएफ इंस्टीट्यूट ऑफ एडवेंचर एंड एडवांस ट्रेनिंग, डोईवाला देहरादून और उत्तराखंड टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड की ओर से “स्वर्णिम विजय वर्ष ” के अवसर पर मालदेवता पैराग्लाइडिंग फेस्टिवल-2021 अभियान की शुरुआत की गई। वीरवार को कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने शिरकत की।
बीएसएफ एडवेन्चर इंस्टीट्यूट (बीआईएएटी) के कमांडेंट महेश कुमार नेगी ने बताया कि बीएसएफ साहसिक खेलों के जरिए 1971 के युद्ध, वीरों की बलिदान गाथा, विजय उपलब्धि की जानकारी नई पीढ़ी को देने का संकल्प लिया हुआ है। इसी के तहत मालदेवता पैराग्लाइडिंग फेस्टिवल 2021″ का आयोजन किया जा रहा है। इस शौर्य पर्व पर सीमा सुरक्षा बल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिसे सम्पूर्ण भारत और तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, तत्कालीन जनरल सैम मानेकशॉ ने भी सराहा था। इस अभियान में भारतीय सेना और सीमा सुरक्षा बल ने 1971 के युद्ध में अदम्य शौर्य का प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान की आक्रमी सेना ने पूर्वी पाकिस्तानी बांग्ला भाषियों की क्रूर हत्याएं, मानवाधिकारों के हनन की समाप्ति कर पूर्वी पाकिस्तान को स्वतंत्र बांग्लादेश मुक्त करा दिया गया था। इस युद्ध में भारतीय सेना की जांबाजी के चलते ही पूर्वी पाकिस्तान के लोगों को पाकिस्तान सेना के अत्याचार से मुक्ति मिली थी। बांग्लादेश के रूप में एक नये देश का उदय हुआ था। इस युद्ध के दौरान सीमा सुरक्षा बल को एक महावीर चक्र, 11 वीर चक्र से सम्मानित किया गया था। बीते कई सालों में सीमा सुरक्षा बल ने यूटीडीवी के साथ मिलकर इस उत्सव मनाया है। जिसमें राष्ट्रीय और अर्न्तराष्ट्रीय स्तर से आये पैरागलाईडिंग पाइलेंट्स ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। इस वर्ष इस अभियान के माध्यम से सीमा सुरक्षा बल और उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद ने भारत के वीरों के परम बलिदान और राष्ट्रीयता के संदेश को प्रदेश के जनमानस तक पहुंचाने का प्रयास किया है। इस उत्सव के अवसर में एनसीसी कैडेट्स, स्कूलों के बच्चे, देहरादून के अन्य नागरिकों को शामिल किया गया। मुख्य अतिथि डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि स्वर्णिम विजय वर्ष में और सीमा सुरक्षा बल ने 1971 के युद्ध में अदम्य शौर्य का प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान की हार अहम भूमिका निभाई थी। विजय के 50 वर्ष पूरे होने पर भारत में 2021 को स्वर्णिम विजय वर्ष के रूप में मना रही है। कार्यक्रम इस अवसर पर बीएसएफ कैंप डोईवाला के बीआईएएटी महेश कुमार नेगी, आरएन भाटी, मनोज सुन्दरियाल, पीके जोशी, एसके त्यागी, पुनीत तोमर, पवन सिंह पंवार, डॉ. रजनीकान्त सिंह, चिकित्सा अधिकारी अन्य कार्मिक उपस्थित रहे।