देहरादून : मंगलवार को विधि विभाग डीएवी महाविद्यालय के छात्र छात्राओं को सुद्धोवाला जिला कारागार का शैक्षणिक भ्रमण कराया गया। विधि विभागाध्यक्ष डॉ पारुल दीक्षित ने बताया कि विधि के छात्रों के लिए न्यायिक प्रक्रिया में शामिल सभी स्थानों जैसे पुलिस थाने, बाल सुधारगृह, कारागार, कचहरी, न्यायालय आदि के बारे में और उनकी प्रक्रियाओं की भी समझ होनी चाहिए।
विभाग इसी उद्देश्य से समय समय पर ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करता रहता है।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज ये कारागार भ्रमण आयोजित किया गया इसमें हमें जेल के सुपरिटेंडेंट का काफी सहयोग प्राप्त हुआ ।
विभाग से छात्र व छात्राओं का पूरा एक समूह लेकर सुबह 11:30 बजे रवाना हुए जिसमें की वहाँ विज़िट करने का समय 12:30 बजे आरक्षित किया गया था। सुरक्षा के काफ़ी कड़े इंतज़ाम थे जिसमें कि सभी छात्र छात्राओं को गिनती करके उनके ऊपर एक मोहर लगाकर अंदर जाने दिया गया।डॉ पारुल दीक्षित ने कारागार के सुपरिटेंडेंट का विशेष धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने सभी छात्र छात्राओं को ख़ुद आकर संबोधित किया और उनको काफ़ी सारी व्यावहारिक जानकारियां दी कि किस प्रकार से वो कैदियों के संबंध में कार्रवाई करते हैं| छात्रों ने भी अपनी जिज्ञासाओं को सवालों के माध्यम से उनके सामने रखा।
हमने देखा कि स्किल और कौशल से सम्बंधित काफ़ी सारे काम किए जा रहे थे जिसमें उनको बहुत सारे एनजीओ की मदद भी मिलती है। जैसे कि बढ़ईगिरी, सिलाई, पॉट मेकिंग, बिज्ली की तारें बनना जो कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत आता है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि कैदियों से किस प्रकार का क़ाम वह ले सकते हैं। सुपरिटेंडेंट ने अपना महत्वपूर्ण समय दिया और हमारे सभी छात्र छात्राओं के सवालों के जवाब भी दिए।
सुपरिटेंडेंट ने बताया कि कैदियों के द्वारा बनायी गई चीज़ों का स्टॉल बाहर भी लगाया जाता है। जिसे कोई भी खरीद सकता है। इसके अलावा कारागार में महिला बैरक एकांत बैरक आदि के बारे में भी छात्र छात्राओं ने जानकारी हासिल की। सुद्धोवाला कारगार भ्रमण में विभागाध्यक्ष डॉ पारुल दीक्षित के अलावा वर्षा धीमान, राजा रस्तोगी,अंकित चमोली, आएशा तोमर, प्रीति, अभिनव, शुभम, आदि छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया।