बच्चों को गोद में लेकर भिक्षावृत्ति कर रही हैं महिलाओं पर रहेगी विशेष नजर
देहरादून : भिक्षावृत्ति करने और करवाने वालों पर मुकदमा दर्ज करवाया जाएगा। बच्चों को गोद में लेकर भिक्षावृत्ति कर रही महिलाओं पर विशेष नजर रहेगी। जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार ने जिला टास्कफोर्स समिति की बैठक के दौरान ये बात कही। इस दौरान भिक्षावृत्ति पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाने के निर्देश टास्क फोर्स समिति और संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिए गए है।
भिक्षावृत्ति करने और करवाने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए है। खासकर जो महिलाएं बच्चों को गोद में लेकर भिक्षावृत्ति कर रही हैं उन पर विशेष नजर रखते हुए कार्रवाई करने को कहा गया है। ऐसे बच्चों को चाइल्ड केयर होम में रखने और भिक्षावृत्ति करने वालों पर जेजे एक्ट में कार्रवाई करने को कहा। डीएम ने समिति के अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहर में जो भिक्षावृत्ति के मुख्य स्थल है को चिन्हित करते हुए नियमित रूप से कार्रवाई की जाए। जनता को भी भिक्षा ना देने के लिए जागरूक करने के लिए मुख्य स्थानों पर पोस्टर बैनर चस्पा करने, नगर निगम के कूड़ा कलेक्शन वाहनों से इसके लिए जागरूकता संदेश चलाए जाए जाने को कहा गया है।
अभिसूचना इकाई की भी मदद
भिक्षावृत्ति करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने और इस कार्य में स्थानीय अभिसूचना इकाई की भी मदद ली जाएगी। डीएम ने समिति के सदस्यों को संबंधित विभागों से समन्वय करते हुए प्रभावी योजना के तहत कार्य करने के निर्देश दिए। कहा कि अन्य राज्यों के लोग जो भिक्षावृत्ति करते हुए पाए जाते हैं उनका पूर्ण पता लेते हुए उनको अपने मूल राज्य और जनपद में भेजे जाने की व्यवस्था बनाए।
जेजे एक्ट में सख्त कार्यवाही
उन्होंने कहा कि सड़कों पर भिक्षावृत्ति करते हुए पाए जाने वाले बच्चों को चाइल्ड केयर होम में रखा जाए। कहा कि बार-बार भिक्षावृत्ति करते हुए पकड़े जाने वाले लोगों पर जेजे एक्ट में निर्धारित प्राविधानों के अनुरूप सख्त कार्यवाही करते अमल में लाई जाए। समिति को भिक्षावृत्ति और बालश्रम की शिकायत पर नियमित छापेमारी अभियान चालाये जाने और जो लोग इस मामले में लिप्त है पर भी सख्त कार्यवाही करने को कहा गया है। बैठक में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सी.एस रावत, जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट, एएल सी श्रम विभाग ऋषिकेश केके गुप्ता, ए.एल सी देहरादून एस.सी. आर्य, अध्यक्ष मैक संस्था जहांगीर आलम, सहायक श्रम आयुक्त रितिक शर्मा, राज्य समन्वयक बचपन बचाव आन्दोलन सुरेश उनियाल, केंद्रीय समन्वयक चाइल्ड लाइन दीपिका पंवार सहित संबंधित विभागों के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने कहा कि, भिक्षावृत्ति रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों में आम जनता का सहयोग भी जरूरी है। अपील है कि सड़क, चौराहों, बाजारों, धार्मिक स्थलों के बाहर भिक्षावृत्ति करने वालों को भिक्षा न दी जाए। ऐसा करने से भिक्षावृत्ति की प्रवृत्ति पर रोक लगने में मदद मिलेगी।