Uksssc पेपर मामला, मुख्य आरोपी खालिद पहुंचा जेल।
देहरादून: यूकेएसएसएससी परीक्षा प्रकरण के मुख्य आरोपी खालिद को बुधवार शाम कोर्ट में पेश करने के बाद जेल न्यायाकि हिरासत में भेज दिया गया है। मंगलवार शाम को खालिद की गिरफ्तारी हरिद्वार से की गई थी। बुधवार शाम जिला एंव सत्र न्यायाधिश की कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा गया। मंगलवार को खालिद की बहन साबिया को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
बुधवार शाम गिरफ्तार मुख्य आरोपी खालिद निवासी सुल्तानपुर आदमपुर लक्सर हरिद्वार को जेल भेजने के बाद जांच अधिकारी जया बलोनी ने पूरे घटनाक्रम और खुलासे की जानकारी दी। बताया कि बीती 23 सितम्बर को मुख्य आरोपी खालिद मलिक की बहन साबिया से पूछताछ कर गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में उसने बताया था कि अपने भाई खालिद मलिक के कहने पर प्रश्नों की फोटो को खालिद के मोबाइल से सुमन को भेजे थे। सुमन ने प्रश्नों के उत्तर प्राप्त कर वापस खालिद को भेजे थे। खालिद की तलाश के लिए देहरादून/हरिद्वार और एसटीएफ की संयुक्त टीमों ने की और अलग अलग ठिकानों पर दबिशें दी। 23 सितम्बर को संयुक्त टीमों ने खालिद को हिरासत में लिया। जांच के दौरान वो मोबाइल भी बरामद किया गया जो प्रश्न पत्रों के फोटो आगे भेजने के लिए इस्तेमाल हुआ था। जबकि उस मोबाइल की बरामदगी के प्रयास जारी है जो खालिद अपने साथ परीक्षा केंद्र लेकर गया था। बरामद फोन को फांरेन्सिक जांच के लिए एफएसएल भेजा जा रहा है।
बताया गया है कि
खालिद ने वर्ष 2013 में प्राइवेट सनराइज यूनिवर्सिटी राजस्थान से सिविल इंजीनियरिंग का डिप्लोमा लिया था। वर्ष 2013 से 2015 तक हापुड, उत्तरप्रदेश से स्नातक की डिग्री ली थी। पूर्व में दी गई प्रतियोगी परीक्षाओं में वह कुछ नम्बरों से चयनित होने से चूक गया था। स्नातक स्तरीय परीक्षा से पहले किसी तरह मोबाइल को परीक्षा केन्द्र के अन्दर छिपाकर किसी बाहरी व्यक्ति से सम्पर्क कर प्रश्नों के उत्तर प्राप्त कर नकल करने की योजना बनाई। योजना थी कि वह अलग-अलग जनपदों से परीक्षा के लिए आवेदन करेगा । जिस किसी परीक्षा केन्द्र में उसे मोबाइल ले जाने और पूर्व से ही छिपा कर रखने का मौका मिलेगा, उसी परीक्षा केन्द्र से परीक्षा में सम्मिलित होगा। योजना के मुताबिक ऐसे व्यक्ति की तलाश थी, जो उसे प्रश्नो के उत्तर बता सके, टिहरी में असिसटेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त सुमन से सम्पर्क किया। खालिद को जानकारी थी कि सुमन को प्रतियोगी परीक्षाओ के प्रश्नों की अच्छी जानकारी है। परीक्षा से कुछ दिन पूर्व सुमन से फोन पर बात कर अपनी बहन के एग्जाम की तैयारी के लिये सहयोग करने को कहा।
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खालिद ने स्नातक स्तरीय परीक्षा के लिये 04 आवेदन किए। 02 आवेदन टिहरी, 02 आवेदन हरिद्वार से किये गये थे। हरिद्वार में आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज बहादुरपुर जट हरिद्वार और धनपुरा हरिद्वार में मिले, जिसमें से आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज बहादुरपुर जट खालिद के घर के पास में ही था। बीती 17 सितम्बर को खालिद बहादुरपुर जट स्थित आदर्श बाल सदन इंटर कॉलेज में परीक्षा केन्द्र देखने के बहाने रैकी करने गया। परीक्षा से एक दिन पूर्व 20 सितम्बर को बहादुरपुर जट परीक्षा केन्द्र में गया। परीक्षा केन्द्र के पीछे खेत की बाउड्रीं से परीक्षा केन्द्र में प्रवेश किया। साथ में अपने आईफोन 12 मिनी को स्विच आफ कर स्कूल की नयी बिल्डिंग के निमार्णाधीन हिस्से में ईटों और घास के बीच छिपाकर रख दिया। इस जगह से परीक्षा कक्ष से बहुत दूर नहीं था। इसके बाद फोन छिपाकर वापस अपने घर आ गया। योजना के मुताबिक 21 सितम्बर की सुबह सुमन से व्हाटसएप मैसेज के माध्यम से सम्पर्क किया। अपनी बहन के एग्जाम की तैयारी की बात कही। सुमन से कहा गया कि उसकी बहन व्हाटसएप पर कुछ प्रश्न की फोटो भेजगी और उसके उत्तर उसकी बहन को वापस भेजने को कहा। परीक्षा से पहले खालिद अपने मोबाइल को अपनी बहन साबिया को देकर परीक्षा देने चला गया।
इनसेट—चैकिंग के बाद विंडचीटर में छिपाया मोबाइल–
परीक्षा केन्द्र में पहुंचने पर चैकिंग और फ्रिकसिंग के बाद खालिद ने निमार्णाधीन बिल्डिंग में जाकर पहले से छुपाये गये मोबाइल को निकालकर अपनी जैकेट (विंडचिटर) की जेब में डाला। अपने कमरे की सीट पर जाकर बैठ गया। परीक्षा शुरू होते ही मौका देखकर प्रश्न पत्र के 03 पन्नों की फोटो खींच लिये। इनविजीलेटर व अन्य अभ्यर्थियों द्वारा देखे जाने के डर से घबराहट में वह प्रश्न पत्र के और पेजों की फोटो नहीं खींच पाया। इसके बाद कक्ष नियत्रंक से बाथरूम जाने की अनुमति लेकर बाथरूम गया और फोटो को साबिया को भेज दिए। साबिया ने प्रश्न पत्र के तीनों पेज की फोटो सुमन को भेजी। सुमन से उत्तर मिलने के बाद साबिया ने खालिद को भेजे दिए। लेकिन एग्जाम रूम में मोबाइल को बाहर निकालने का मौका नहीं मिला। इनविजीलेटर ने दोबारा बाथरूम जाने की अनुमति नहीं दी। इस वजह से उत्तर देखकर ओएमआर शीट में नहीं भर पाया। एसपी जया बलोनी का कहना है कि खालिद की बताई जानकारी को क्रॉस चेक किया जा रहा है। पुष्टि के लिये पुलिस यूकेएसएसएससी से पत्राचार किया जा रहा है।
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-— : रविवार को यूकेएसएसएसी की परीक्षा हुई और पेपर लीक की खबरें आग की तरह फैल गई। युवा सड़कों पर उतरे और परीक्षा रद्द करने और सीबीआई जांच की मांग को लेकर आंदोलन शुरू हो गया। रविवार रात को ही एसएसपी अजय सिंह और आयोग के अध्यक्ष जीएस मार्तोलिया ने संयुक्त पत्रकार वार्ता कर जानकारी दी। इस बीच खालिद, खालिद की बहन साबिया, हिना और असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन के किरदार का खुलासा किया। सवाल था कि कहीं इसके पीछे कोई और गैंग तो नही? या फिर इसके पीछे कोई बड़ा षड़यंत्र तो नही? चार दिन की जांच के बाद बुधवार को पुलिस ने जो जानकारी दी उसमें पूरी कहनी में खालिद, साबिया और सुमन के किरदारों तक ही कहानी सिमीत रही। हालांकि, कहा गया कि जांच जारी है कोई और नाम सामने आता है तो कार्रवाई होगी।
रविवार को परीक्षा से एक दिन पहले पुलिस ने नकल माफिया हाकम सिंह और साथी पंकज गौड़ को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। पंकज गौड़ की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग एसटीएफ के हाथ लगी थी। जिसमें पंकज गौड़ एक छात्र से बात कर रहा है और परीक्षा पास कराने के लिए 12 से 15 लाख की डिमांड की जा रही थी। परीक्षा पास कराने से संबंधित पंकड गौड़ की हाकम सिंह रावत से हुई बातचीत की जानकारी भी मिली थी। इसी रिकॉर्डिंग और अन्य साक्ष्य के आधार दोनों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा था।
-आईफोन को ट्रेन के कोच के डस्टबिन में फेंका–
पुलिस के मुताबिक परीक्षा के बाद घर वापस आने के कुछ समय बाद सोशल मीडिया पर स्क्रीनशॉट आउट होने की जानकारी मिली। साबिया को जो मोबाइल दिया था उसे लेकर घर से फरार हो गया। पुलिस से बचने के लिए बस से सीधे दिल्ली पहुंचा। दोनों फोनों में इस्तेमाल किये गये सिमों को तोड़कर फेंक दिया। दोनो फोनों को रिसेट कर दिया। दिल्ली से अवध आसाम ट्रेन के माध्यम से लखनऊ के लिये रवाना हुआ। घटना में इस्तेमाल किये गये आईफोन को ट्रेन के कोच के डस्टबिन में फेंककर दून एक्सप्रेस से वापस हरिद्वार पहुंचा। छिपते हुए देहरादून में सरेंडर का प्रयास कर रहा था। इस बीच गिरफ्तारी होगई।
–मुख्य आरोपी गिरफ्तार लेकिन जांच जारी-पुलिस
पुलिस ने दावा किया है कि प्रकरण में किसी संगठित गिरोह के शामिल होने और प्रश्नपत्र के कहीं और आउट होने के साक्ष्य नहीं मिले। जिन सवालों के जवाब सुमन से मिले थे उन प्रश्नों के उत्तरों को भी ओएमआर शीट में नहीं भर पाया, अभी विवेचना जारी है। साक्ष्य जुटाए जा रहे है। परीक्षा के सम्बंध में किसी व्यक्ति को कोई साक्ष्य दिये जाने हो तो वह साक्ष्य दे सकते है।


