UKSSSC पेपर विवाद: SIT गठित, दोषियों पर सख़्त कार्रवाई जारी
मुख्य आरोपी खालिद मलिक और उसकी बहन साबिया को गिरफ्तार कर भेजा जा चुका है जेल
SIT जांच गठित – एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारी की अध्यक्षता में टीम गठित, निगरानी करेंगे हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज।
एक माह में रिपोर्ट – जांच पूरी होने तक आयोग परीक्षा प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ाएगा।
सरकार का संदेश साफ:
👉 युवाओं का हक़ छीनने वालों को नहीं बख्शा जाएगा।
👉 पारदर्शिता और निष्पक्षता पर कोई समझौता नहीं होगा।
देहरादून,
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की हालिया स्नातक स्तरीय परीक्षा में पेपर प्रकरण में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट कहा कि युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।मामले में अब तक हुई कार्रवाई की सख्ती का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि घटना के मुख्य आरोपी खालिद मलिक और उसकी बहन सबिया को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, जबकि अन्य संदिग्धों की भूमिका पर जांच जारी है।
बीती बुधवार को मुख्य सचिव आनंद वर्द्धन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि SIT की अध्यक्षता एडिशनल एसपी स्तर का अधिकारी करेंगे और जांच की निगरानी हाईकोर्ट के एक सेवानिवृत्त जज करेंगे। SIT का दायरा पूरे प्रदेश तक होगा और एक माह में पूरी रिपोर्ट पेश की जाएगी। जांच पूरी होने तक आयोग परीक्षा से संबंधित आगे की प्रक्रिया पर रोक लगाए रहेगा।
सरकार का कहना है कि यह कोई बड़ा संगठित गिरोह नहीं है। मामला एक केंद्र तक सीमित का है।
भविष्य की परीक्षाओं को लेकर भी आयोग ने सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की बात कही है। सरकार का स्पष्ट संदेश है कि दोषी चाहे कोई भी हो, बख्शा नहीं जाएगा। बता दें की बेटी रविवार को परीक्षा आयोजित की गई थी और इसी दौरान प्रश्न पत्र के तीन पेज जिसमें 12 प्रश्न थे वह बाहर आ गए थे। इस मामले में लगातार सख्त कार्रवाई की जा रही है। मुख्य आरोपी खालिक और उसकी बहन को जेल भेजा जा चुका है। अन्य संदिग्ध की भूमिका पर भी जांच जारी है । पूर्व के मामले को देखकर धामी सरकार पहले ही इस तरह के प्रकरणों पर सख्त रुख अपना चुकी है ।नकल विरोधी कानून भी लागू किया गया था। खालिद मालिक भी इसी कानून के दायरे में गिरफ्तार किया गया।