सेना का सूबेदार बता कर बाइक खरीदने का दिया झांसा, 1.09 ठगे
देहरादून: सस्ती बाइक खरीदने के झांसे देकर साइबर ठगों ने युवक को ठगी का शिकार बनाया है। डोभालवाला निवासी व्यक्ति ने एक लाख नौ हजार रुपये गवां दिए। सोशल मीडिया में बाइक बेचने की पोस्ट देखकर दिए मोबाइल नंबर पर संपर्क किया गया था। फोन पर बात करने वाले व्यक्ति ने खुद को सेना में सूबेदार बताया और कहा गया की वह लखनऊ में पोस्टिंग है। शिकायत के बाद नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है।नगर कोतवाल एसएस नेगी ने बताया कि तहरीर पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। बताया कि धोखाधड़ी को लेकर राजेंद्र चमोला निवासी डोभालवाला ने तहरीर दी थी। बताया था कि ऑनलाइन साइट ओएलएक्स पर बाइक खरीदने के लिए उन्होंने एक पोस्ट देखी। बुलेट बाइक काफी कम दाम में बेचने का विज्ञापन डाला गया था। मोबाइल नंबर पर पांच जनवरी को बात की गई। फोन पर बात करने वाले ने कहा था कि वह भारतीय थल सेना में सूबेदार के पद पर लखनऊ में तैनात है और बाइक लखनऊ में खड़ी है। बाइक को सेना के पार्सल सर्विस से भेज देगा। सेना का परिचय पत्र भी भेजा। पीड़ित का आधार कार्ड की एक फोटो मांगी। पीड़ित ने फोटो भेजी दी। 57 हजार रुपये में बाइक की डील हुई। विश्वास करते हुए आधी रकम 25 हजार रुपये एडवांस भुगतान किया गया। इसके बाद 3500 रुपये और लिए गए। इसके बाद एक नए नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने कहा कि बाइक हरिद्वार पहुंच गई है। 50 फीसदी बकाया की मांग की गई । 28,500 रुपये का भी भुगतान कर दिया। इसके बाद फिर से 21120 रुपये ट्रांसपोर्ट चार्ज के रूप में मांगे गए। कहा गया कि बाइक पहुंचने पर पर 21 हजार रुपये वापस मिल जाएगी। पीड़ित ने यह रकम भी भेज दी। फिर इंश्योरेंस के नाम पर 31240 रुपये की मांग की गई। इस रकम का भी भुगतान कर दिया। इसके बाद ठगी का एहसास होने पर रकम वापस मांगने का प्रयास किया तो रकम वापस नहीं मिली। इसके बाद साइबर सेल में तहरीर दी और नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ। बता दें कि लगातार साइबर ठगी के मामलों को अंजाम दे रहें है। बचने के लिए अपने बैंक और निजी जानकारी किसी से शेयर नहीं करना चाहिए।