घटना का विवरण
महाराष्ट्र के बीड जिले में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या ने पूरे राज्य को झकझोर दिया है। इस जघन्य अपराध के पीछे राजनीतिक दुश्मनी का शक जताया जा रहा है। घटना के बाद से ही गांव में तनाव का माहौल है और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पंकजा मुंडे की प्रतिक्रिया
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र की पर्यावरण मंत्री पंकजा मुंडे ने कहा कि उन्होंने संतोष देशमुख के परिवार से मिलने की कोशिश की, लेकिन गांव में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए उनसे मिलने की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा, “मैं परिवार से मिलने का प्रयास करूंगी, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है कि उन्हें न्याय मिले।”
धनंजय मुंडे पर आरोपों की छाया
सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले में धनंजय मुंडे की भूमिका पर भी सवाल उठे हैं। हालांकि, उन्होंने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा, “यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और इसका राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए।”
ग्रामीणों की नाराजगी
गांव के लोगों में इस घटना को लेकर भारी नाराजगी है। ग्रामीणों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि संतोष देशमुख ने हमेशा गांव के विकास के लिए काम किया और उनकी हत्या से पूरा गांव शोक में है।
प्रशासन की भूमिका
इस घटना के बाद प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे हैं। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी है और कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है। हालांकि, अभी तक इस मामले में कोई ठोस सबूत नहीं मिल पाया है।
पंकजा मुंडे की अपील
पंकजा मुंडे ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, “यह समय राजनीति करने का नहीं है, बल्कि पीड़ित परिवार के साथ खड़े होने का है। मैं परिवार को न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करूंगी।”
बीड सरपंच हत्या कांड ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। इस मामले में जल्द से जल्द न्याय दिलाना प्रशासन और सरकार की जिम्मेदारी है। पंकजा मुंडे का बयान इस बात का संकेत है कि वह इस मामले में सक्रिय भूमिका निभाना चाहती हैं। अब देखना होगा कि आगे क्या कदम उठाए जाते हैं।