देहरादून, ( जनसभा भारत)साइबर क्रिमिनल कितने बड़े पैमाने पर अपना जाल बिछा दुनिया में फैला चुके हैं इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है । कि हर रोज कई शिकायतें साइबर क्राइम पुलिस एसटीएफ व अन्य थाना चौकी में पहुंच रही है। वीरवार को भी एसटीएफ व साइबर थाना पुलिस ने कुछ जानकारियां साझा की। जिसमें साइबर क्राइम के तरीकों को बताया गया । अपील की कि सतर्क रहें । अपनी पर्सनल जानकारियां बैंक खातों से संबंधित सूचनाएं, ओटीपी, पिन कोड किसी से शेयर ना करें
1- तल्लीताल नैनीताल निवासी एक महिला द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन में शिकायत अंकित की गयी कि उसके द्वारा ऑनलाईन कपडे खरीदने हेतु फेसबुक ऑनलाईन शॉपिग एप्प पर आर्डर दिया गया था , व जब उसने सामान की डिलीवरी हुयी तो सामान खोला कर देखा गया तो उक्त सामान उसके द्वारा आर्डर किये गये सामान से अलग था जिसे वापस करने हेतु उसके द्वारा कस्टमर केयर नम्बर पर सम्पर्क किया गया तो उनके द्वारा सामान वापसी व धनराशि वापसी के नाम पर उसके एटीएम कार्ड की जानकारी प्राप्त कर उसके बैक खाते से 20,000/- रुपये की धोखाधडी की गयी । उक्त प्रार्थना पत्र की जांच उ0नि0 निर्मल भट्ट द्वारा की गयी व शिकायतकर्ता से बैक से सम्पर्क किया गया तो ज्ञात हुआ कि शिकायतकर्ता के खाते से धनराशि मोबाइल फोन के माध्यम से विभन्न पेमेट गेटवे में हस्तान्तरित की गयी है , जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुये सम्बन्धित पेमेन्ट गेटवे के नोडल अधिकारी से पत्राचार किया गया व बैक खाते व खाताधारक का विवरण प्राप्त किया गया अज्ञात मोबाइल धारक की जानकारी की गयी तो उक्त नम्बर दूर प्रान्त असम का हरोना पाया गया प्रकरण अग्रिम कार्यवाही हेतु सम्बन्धित जनपद को भेजा जा रहा है ।
2- देहरादून जनपद के पटेलनगर निवासी व्यक्ति द्वारा शिकायत की गयी कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा आवेदक के फोन में कॉल कर स्वयं को रत्नाकर बैंक लिमिटेड (RBL) का कर्मचारी बताकर आवेदक के क्रेडिट कार्ड की गोपनीय जानकारी लेकर उनके खाते से 41,000/- रुपये निकाल लिये है । जिस पर साईबर क्राईम से उपनिरीक्षक कुलदीप टम्टा द्वारा कार्यवाही करते हुये सम्बन्धित नोडल को पत्राचार किया गया तथा संदिग्ध / लाभार्थी के पालमपुर,आंध्र प्रदेश स्थित Indusind Bank के खाते को फ्रीज कराया गया है तथा खाते की जानकारी कर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही हेतु सम्बन्धित जनपद देहरादून को प्रेषित किया गया है ।
3- प्रेमनगर देहरादून निवासी एक व्यक्ति द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन में शिकायत अंकित की गयी कि उनके पिता ने उनके खाते में उनकी फीस व जेब खर्च हेतु पैसे डाले थे , एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा मुझे फोन पर खुद को उनका परिचित बताते हुये कहा कि मै तुम्हारे खाते कुछ पैसे भेजूगा जिनको तुम मुझे नगद वापस कर देना फिर उसके द्वारा फोन पे के माध्यम से 10 रुपये शिकायतकर्ता के खाते में जमा किये गये तथा उसके बाद एक लिंक भेजकर कहा कि इस लिंक को क्लिक करते ही धनराशि तुम्हारे खाते में आ जायेगी , शिकायतकर्ता द्वारा उस पर विश्वास कर जैसे ही लिंक पर क्लिक किया गया तो उसके खाते से 30000/- रुपये की धनराशि अज्ञात व्यक्ति द्वारा धोखाधडी से निकाल ली गयी उक्त प्रार्थना पत्र की जांच उ0नि0 निर्मल भट्ट द्वारा की गयी तो शिकायतकर्ता द्वारा उपलब्ध कराये गये विवरण के आधार पर ज्ञात हुआ कि साईबर अपराधी द्वारा उनका पैसा पेटीएम व भारतपे व बिल्डर्स गेटवे के माध्यम से प्राप्त कर बैक खाते में डाला गया है जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुये सम्बन्धित पेटीएम व एटरटेल गेटवे नोडल अधिकारी को मेल प्रेषित करते हुये उक्त गेटवे को फ्रीज कर बैक खाते व खाताधारक का विवरण प्राप्त किया गया अज्ञात मोबाइल धारक की जानकारी की गयी तो उक्त नम्बर दूर प्रान्त उडीसा व असम का हरोना पाया गया प्रकरण अग्रिम कार्यवाही हेतु सम्बन्धित जनपद को भेजा जा रहा है ।
4- विकासनगर देहरादून निवासी एक व्यक्ति द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन में शिकायत अंकित की गयी कि उसके द्वारा बैक आफ बडौदा शाखा से क्रेडिट कार्ड प्राप्त किया गया है था व उसका प्रयोग किया जा रहा था किन्तु जब उसके द्वारा अपने क्रेडिट कार्ड की डिटेल सम्बन्धित बैक खाते से प्राप्त की गयी तो उसे ज्ञात हुआ कि उसके क्रेडिट कार्ड से 48219 रुपये का एक भुगतान किया गया जो कि उसके द्वारा नही किया गया है । उक्त प्रार्थना पत्र की जांच उ0नि0 निर्मल भट्ट द्वारा की गयी व शिकायतकर्ता से बैक से सम्पर्क किया गया तो ज्ञात हुआ कि शिकायतकर्ता के खाते से धनराशि मोबाइल फोन के माध्यम से नेट बैकिग को प्रयोग कर बैक खातो में हस्तान्तरित की गयी है , जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुये सम्बन्धित बैक खाते व खाताधारक का विवरण प्राप्त किया गया अज्ञात मोबाइल धारक की जानकारी की गयी तो उक्त नम्बर दूर प्रान्त असम का हरोना पाया गया प्रकरण अग्रिम कार्यवाही हेतु सम्बन्धित जनपद को भेजा जा रहा है ।
साईबर सुरक्षा टिप
ध्यान रखे कि अंजान व्यक्ति द्वारा भेजे गये किसी भी पेमेन्ट गेटवे /वॉलेट/मोबाईल एप्लीकेशन पर धनराशि प्राप्त करने हेतु कभी भी न तो QR कोड स्कैन करें, और न ही UPI पिन डालें ऐसा करने से हमेशा धनराशि आपके खाते से ही डेबिट होगी ।
कृपया गूगल या अन्य किसी सर्च इंजन पर किसी कम्पनी / बैंक का कस्टूमर केयर नम्बर न ढूंढें । कस्टमर केयर का नम्बर सम्बन्धित कम्पनी / बैंक की अधिकारिक वैबसाईट से ही देखें ।
ऑनलाईन प्लेटफार्म पर खरीदारी या सामान बेचते वक्त द्वितीय पार्टी में तत्काल विश्वास ना करें। सामान को भौतिक रुप से देखने व विक्रेता/क्रेता से व्यक्तिगत रुप में मिलकर ही भुगतान करें ।