लाखों की ठगी करने वाले के खिलाफ नेहरू कॉलोनी थाने में केस दर्ज।।
देहरादून, (खुर्रम शम्सी) : सरकारी नौकरी के बड़े बड़े सपने दिखाकर बेरोजगारों को ठगने का एक और मामला सामने आया है। इस बात विधानसभा में सहायक समीक्षा अधिकारी के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर तीन बेरोजगारों के साथ ठगी की गई। आरोप है कि तत्कालीन राज्यपाल और ओएनजीसी के अधिकारी के साथ अच्छे संबंध होने का झांसा देकर विश्वास में लिया और नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी की गई।
राज्यपाल व ओएनजीसी अधिकारी से अच्छे संबंध का दिया झांसा…..
शिकायत में यशपाल सिंह पुत्र राजेंद्र सिंह निवासी नेहरू कॉलोनी का कहना है कि पिछले साल उनकी मुलाकात प्रवेश खण्डूरी निवासी कारगी चौक, बंजारावाला रोड से हुई थी। प्रवेश खंडूरी ने कहा था कि विधानसभा में कुछ नियुक्ति होने वाली है। उसकी जान पहचान में एक व्यक्ति है जो विधानसभा में सरकारी नौकरी लगा सकता है। आरोप के मुताबिक बताया गया था कि, जो व्यक्ति नौकरी लगवाएगा उसकी ओएनजीसी के डायरेक्टर से अच्छी जान पहचान है और उत्तराखंड की तत्कालीन राज्यपाल के खास व्यक्ति है। इसके बाद प्रवेश खंडूरी ने अनिरुद्ध शर्मा निवासी पशुपति हाईट्स, दून यूनिवर्सिटी रोड, मोथरोवाला से मिलाया ।
—एक माह में नियुक्ति पत्र देने की कही थी बात–
अनिरुद्ध शर्मा ने कहा कि 8 लोगों को नौकरी पर लगा सकते है। बताया नौकरी सहायक समीक्षा अधिकारी के पद पर लगेगी और एक महीने में नियुक्ति पत्र मिल जाएगा। एक व्यक्ति की नौकरी के नाम पर दस लाख की डिमांड की।
—स्पीकर ऑन कर की बात, लिया विश्वास में—-
विश्वास में लेने के लिए स्पीकर ऑन बात की। जिस व्यक्ति से बात की गई। उसको ओएनजीसी का डायरेक्टर बता सोची समझी चाल में फंसाया। विश्वास में आकर रिश्तेदारों से कर्ज लेकर तीन-तीन लाख रुपये कुल नौ लाख रुपये और शैक्षिक प्रमाण पत्र दे दिए। पैसा लेने के बाद किसी ना किसी बहाने से टालता रहा। बताया की नौ माह बीतने के बाद भी पैसा वापस नहीं दिया गया है।
—इनके खिलाफ हुआ मुकदमा दर्ज—
वहीं पुलिस का कहना है कि शिकायत के मुताबिक मोहन सिंह, अतुल रावत और यशपाल सिंह से ठगी की शिकायत पर प्रवेश खंडूरी निवासी कारगी चौक बंजारावाला, अनिरुद्ध शर्मा निवासी पशुपित लाइट्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।