जेल में नहीं बल्कि डिटेंशन सेंटर में रखे जाएंगे बंदी
बंदियों के लिए महिला पॉलिटेक्निक संस्थान में तैयार किया गया डिटेंशन सेंटर
बंदी अब सीधे जेल में नहीं बल्कि पहले डिटेंशन सेंटर में रखे जाएगें
जेल में कोरोना संक्रमित मिलने के बाद लिया गया फैसला
जनसभा भारत 26 जुलाई : शनिवार को सुद्धोवाला जेल में कोरोना संक्रमित मिलने के बाद से जेल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। संक्रमण को रोकने व व्यवस्था के लिए सुद्धोवाला स्थित महिला पॉलिटेक्निक सेंटर को डिटेंशन सेंटर बनाया गया है। डिटेंशन सेंटर में बंदियों को 18 दिन तक रखा जाएगा और कोरोना सेंपल लिए जाएंगे।
एडीजी पीवीके प्रसाद ने रविवार को बताया कि सुद्धोवाला महिला पॉलिटेक्निक संस्थान में बंदियों के रखने के व्यवस्था की गई है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए अन्य व्यवस्था के लिए लगातार प्रयास किये जा रहें है। कोर्ट में पेशी के बाद अब किसी भी व्यक्ति को सीधे सुद्धोवाला जेल नहीं भेजा जाएगा। बल्कि, पहले 18 दिन तक सुद्धोवाला महिला पॉलिक्निक संस्थान में तैयार किए गये डिटेंशन सेंटर में रखा जायेगा। इस दौरान मेडिकल चेकअप के अलावा कोरोना सेंपल भी लिए जाएंगे।
रविवार दिन भर होती रही व्यवस्था
सुद्धोवाला जेल में कोरोना संक्रमण बड़ी चिंता का विषय बन गया है। जेल प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती कैदियों में संक्रमण को रोकना और नए बंदियों की व्यवस्था करना है। शुरूआती दौर में महिला पॉलिटेक्निक संस्थान में बंदियों को रखने के व्यवस्था कर दी गई है। लेकिन कई मुश्किले जेल प्रशासन के सामने बरकरार है। जेल में इस दौरान विचाराधीन और सजयाफ्ता करीब एक हजार से भी ज्यादा बंदी है।
एक सप्ताह में होंगे कोरोना टेस्ट
एडीजी पीवीके प्रसाद ने बताया कि जेल में बंदियों व स्टॉफ के कोरोना सेंपल लेने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। एक सप्ताह के भीतर सभी के सेंपल लेने का लक्ष्य रखा गया है। मिलाई को लेकर पहले से ही एहतियाती कदम उठाए गए थे।
बनी हुई है चुनौती-
शनिवार को सात बंदियों में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद से जेल प्रशासन के सामने चुनौती बढ़ गई है। माना जा रहा है कि ये संख्या और ज्यादा हो सकती है। लिहाजा बंदियों के साथ ही स्टॉफ के सेंपल लिए जा रहें है। रविवार को दिन भर अधिकारियों के बीच मंथन चला और कई निर्णय लिए गये है।
इस तरह मिला था संक्रमित
जानकारी के मुताबिक सुद्धोवाला जेल में बंद एक बंदी का एम्स ऋषिकेश में ऑपरेशन होना था। बंदी का कोरोना सेंपल लेने के बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आई। संपर्क में आए अन्य लोगों का टेस्ट कराया गया । सात लोगों की संक्रमित की पुष्टि होने पर जेल प्रशासन के हाथ पांव फूल गए।