उत्तराखंड/देहरादून : बड़ा अफसर बनने के बाद सारी जिंदगी शान-ओ- शौकत ने गुजारी। देश के अलग-अलग वीआईपी इलाकों में बेशकीमती सम्पत्ति, बड़ी-बड़ी गाड़िया, तमाम सरकारी सुविधाओं के साथ हर आराम हासिल किया। लेकिन. अब समय ने ऐसी करवट ली की, ये अधिकारी अब कानून के शिकंजे में फंस गया। स्थिति यहां तक आ पहुंची कि, हाईकोर्ट ने विजिलेंस के सामने पेश होने के आदेश दे दिए। तमाम मशक्क़त करने के बाद यह अधिकारी विजिलेंस के सामने पहुंचा तो दिन ही नहीं। बल्कि, रात तक तमाम सवालों का सामना करना पड़ा। आखिरकार स्थिति यह आ गई कि, शासन में इस अधिकारी को निलंबित करने के भी आदेश जारी कर दिए। चारों तरफ से मुश्किल भरे समय का सामना करने वाले इस अधिकारी की आने वाले समय में मुश्किलें और भी बढ़ सकती है दरअसल मामला आय से अधिक संपत्ति होने से जुड़ा है और यह अधिकारी अब विजिलेंस के शिकंजे में है।
आइएएस रामविलास यादव पर आय से अधिक संपत्ति का है आरोप,हाईकोर्ट ने विजिलेंस के समक्ष पेश होने के दिए थे आदेश

दरअसल, आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में आरोपी आईएएस रामविलास यादव बुधवार को देहरादून स्थित विजिलेंस कार्यालय पहुंचे और विजिलेंस की टीम के सामने पेश हुए। विजिलेंस की टीम ने देर रात तक पूछताछ करते हुए दस्तावेजों का भी सत्यापन किया। रामविलास अपने साथ कई दस्तावेज लेकर विजिलेंस कार्यालय पहुंचे थे। विजिलेंस के सवालों की लंबी फेहरिस्त के बीच कई सवालों के जवाब दिए लेकिन, कई सवालों में उलझते नजर आए। दूसरी ओर देर शाम शासन ने रामविलास यादव को पद से निलंबित कर दिया है।
आईएएस रामविलास यादव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में विजिलेंस ने करीब ढाई साल पहले खुली जांच शुरू की थी। विजिलेंस ने पूछताछ के लिए नोटिस भी जारी किए थे। लेकिन, वह विजिलेंस के सामने पेश नहीं हुए। एक तरफ विजिलेंस अपनी जांच में जुटी थी वहीं, आईएएस राम विलास यादव भी बचाव के लिए हर संभव प्रयास कर रहे थे। इस बीच मंगलवार को हाईकोर्ट ने उन्हे विजिलेंस के सामने पेश होने को कहा। बुधवार को हाईकोर्ट के निर्देश पर आईएएस रामविलास यादव विजिलेंस ऑफिस पहुंचे। 12 बजकर 43 मिनट पर वह विजिलेंस दफ्तर पहुंच गए थे। इसके बाद रजिस्टर में एंट्री सहित अन्य प्रक्रिया पूरी की। करीब एक बजे के आस पास विजिलेंस की टीम के सामने पहुंचे और पूछताछ शुरू हुई। एएसपी रेनू लोहानी और उनकी टीम के अलावा पूर्व व मौजूदा इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर भी पूछताछ में शामिल हुए। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विजिलेंस की करीब सौ सवालों की लिस्ट है। जिसमे से कई सवालों को पूछने पर सीधे जवाब मिले लेकिन, कई सवालों के जवाब घुमा फिरा कर दिए गए।
अप्रैल में हुआ था मुकदमा–
बीते अप्रैल माह में आईएएस रामविलास यादव पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में केस दर्ज हुआ था। विजिलेंस प्राथमिक जांच के बाद अपनी रिपोर्ट शासन को भेजी थी। केस दर्ज होने के बाद विजिलेंस की टीम ने एक साथ चार ठिकानों में छापेमारी की थी। लखनऊ, गाजीपुर और देहरादून स्थित आवास पर छानबीन कर विजिलेंस ने दस्तावेज एकत्र किए थे। हाईकोर्ट से भी राहत ना मिलने के बाद आखिरकार रामविलास यादव को विजिलेंस के सामने पेश होना ही पड़ा।
गिरफ्तारी की तलवार- बुधवार करीब 1:00 बजे से विजिलेंस ने रामविलास यादव से पूछताछ शुरू की थी। जो देर रात तक जारी रही। विजिलेंस की एसपी रेनू लोहानी से जब इस संबंध में बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि लास्ट राउंड की पूछताछ की जा रही है। दवाइयां और खाना भी विजीलेंस दफ्तर में ही खिलाया गया है विनय लोहानी से रामविलास यादव की गिरफ्तारी का सवाल पूछा तो उन्होंने कहां की कुछ भी संभव है। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि विजिलेंस के शिकंजे से निकलना अब रामविलास यादव के लिए मुश्किल हो गया है।