रायपुर थाना पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर भेजा जेल
उत्तराखंड देहरादून : झगड़ा होने पर पति ने पत्नी के पेट में हथौड़े से वार कर दिया गया। इतने में पत्नी की मौत नहीं हुई तो घटना के चार दिन बाद जहरीला इंजेक्शन कर मार डाला। मामला रायपुर थाना क्षेत्र के विद्या विहार सोडा सरोली इलाके की है। महिला के भाई ने अपने जीजा के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा होने के बाद आरोपी पति की गिरफ्तारी कर ली गई।
घटनाक्रम के मुताबिक बीती 12 दिसम्बर को रंजीत सिंह साह ने फोन पर सूचना दी थी। बताया था कि उसकी बहन पिंकी (26) का विवाह 10 साल पहले वीरेंद्र कुमार साह उर्फ कृष्णा पुत्र शंकर लाल शाह निवासी झिलमिल कॉलोनी सोडा सरोली, मूल निवासी अररिया बिहार से हुआ था। जानकारी दी कि बहन पिंकी ने फोन कर बताया था कि पति कृष्ण ने उसके साथ कुछ दिन पहले मारपीट की। हथौड़े से पेट, पीठ पर वार किए। हालत बहुत नाजूक है। पुलिस मौके पर पहुंची। पता चला कि पिंकी देवी घर में मृत अवस्था में पड़ी है। पति कृष्णा ने बताया कि 13 दिसम्बर को पिंकी सीढ़ियों से गिर गई थी। तीनों बच्चों से पुलिस बालकल्याण अधिकारी महिला उपनिरीक्षक मालिनी ने पूछताछ की। बच्चों ने भी उनके मां की सीढ़ियों से गिरकर चोट आने की बात बताई। शव को कब्जे पुलिस लेकर पोस्टमार्टम करवाया गया। पिंकी के भाई की शिकायत पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।

पोस्टमार्टम में पिंकी के पेट में अंदरूनी गंभीर चोट के कारण मृत्यु का खुलासा हुआ। डाक्टर ने बताया कि इस तरह की अंदरूनी चोट हथौड़ी के वार से आ सकती है। इसके बाद कृष्णा साह को सोडा सरोली मोटर मार्ग से गिरफ्तार की गई।
पानी भरने और काम को लेकर हुआ था झगड़ा
गिरफ्तारी के बाद कृष्ण से सख्ती से पूछताछ की तो उसने सब उगल दिया। बताया कि पत्नी छोटी छोटी बातों पर लड़ाई झगड़ा करती थी। सोडा सरोली में पानी नहीं आ रहा था। कुछ दूरी से पानी लाना पड़ रहा था। पानी लाकर पिंकी को काम करने के लिए कह रहा था। बीती 13 दिसम्बर को मिस्त्री के कामें से शाम को वापल लौटा। देखा कि पत्नी ने कोई भी काम नहीं किया था। इसी बात पर झगड़ा हो गया।
पुलिस को बताने की दी थी धमकी
पिंकी से पल्ला झाड़ने के लिए उसके पेट में हथौड़ी से कई वार कर दिए। जिसमें पिंकी बेहोश हो गई। कृष्ण ने सोचा पिंकी मर गई। बच्चों को डरा धमका कर कह दिया कि अगर कोई पूछेगा तो बताना है कि मां सीढ़ियों से गिर गई थी। कृष्णा का कहना है कि अगले दिन उसने देखा कि पिंकी जिन्दा थी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर ले गया। डाक्टर ने बाएं हाथ पर प्लास्टर चढ़ाया। इसके बाद पिंकी को घर ले आया। पिंकी हालत नाजूक थी। पिंकी ने कृष्णा को कह दिया था कि वह हथौड़े से हमले की बात सब को बता देगी। कृष्णा ने गिरफ्तारी से बचने के फिर से हत्या का प्लान बनाया।
बच्चों के सोने के बाद लगाया जहरीला इंजेक्शन
17 दिसंबर की रात को बच्चों के सो जाने के बाद नुवान का इंजेक्शन पिंकी को लगा दिया। रात करीब तीन बजे पिंकी मर गई। मजदूरों को अंतिम संस्कार कराने के लिए बुला लिया गया। लेकिन, मामला खुल गया और कृष्णा की गिरफ्तारी कर ली गई। निशानदेही पर उसके मकान के पास झाड़ियों से आला कत्ल लोहे की हथौड़ी, नुवान की शीशी व इंजेक्शन बरामद किया गया।