श्वेता चौबे, पुलिस अधीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था बनीं नोडल अधिकारी
देहरादून : गुमशुदा बच्चों, महिलाओं व पुरुषों की तलाश और पुनर्वास के लिए चले ऑपरेशन स्माइल में बेहतर परिणाम मिले। यही वजह है कि डीजीपी अशोक कुमार के निर्देश पर यह अभियान फिर से शुरू किया जा रहा है। बताया गया है कि 15 सितम्बर से 14 अक्तूबर ऑपरेशन स्माइल अभियान फिर से चलाया जा रहा है।
ऑपरेशन स्माइल में गुमशुदा बच्चों के साथ-साथ गुमशुदा पुरुषों व महिलाओं को भी तलाश किया जायेगा। प्रदेश स्तर पर इस अभियान की नोडल अधिकारी श्वेता चौबे, पुलिस अधीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था को बनाया गया है। वीरवार को श्वेता चौबे ने टीम प्रभारियों के साथ ऑनलाइन गोष्ठी का आयोजन किया। जानकारी के मुताबिक अभियान में जनपद स्तर पर एक अपर पुलिस अधीक्षक/पुलिस उपाधीक्षक को नोडल अधिकारी नियुक्त, देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, नैनीताल में चार टीम (उपनिरीक्षक-1, आरक्षी-4) का गठन, एक टीम एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट और शेष जनपदों में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट व रेलवेज में भी एक टीम (उपनिरीक्षक-1, आरक्षी-4) अभियान में शामिल रहेगी। इसके अतिरिक्त प्रत्येक टीमों की सहायता के लिए एक-एक विधिक (अभियोजन अधिकारी) और टेक्निकल टीम (डीसीआरबी) का भी गठन किये जाने और अभियान में सम्मिलित होने के इच्छुक पुलिसकर्मियों को प्राथमिकता देते हुए नियुक्त करने के निर्देश दिए गए। निर्देशित किया गया है। शेल्टर होम्स, ढाबे, कारखाने, बस अड्डे, रेलवे स्टेशन, धार्मिक स्थानों, आश्रमों आदि में विशेष रूप से अभियान को चलाया जाये। बरामद बच्चों, महिला, पुरुष के सम्बन्ध में किसी अपराध के घटित होने की जानकारी मिलने पर कठोर कार्यवाही की जाएगी। जनपद देहरादून में एक तलाशी टीम को ऋषिकेश क्षेत्र और एक टीम को विकासनगर क्षेत्र आवंटित किया जाएगा। जनपद पौड़ी गढ़वाल में एक टीम को कोटद्वार क्षेत्र आवंटित किया जाए। समस्त टीमों को क्षेत्र आवंटित करते हुए टास्क देकर समय-समय पर समीक्षा की जायेगी।