उत्तराखण्ड: एसडीआरएफ ने खुद को साबित करते हुए मानवता का एक बड़ा उदाहरण पेश किया है । कोरोना संक्रमित आठ शवों का दाह संस्कार करके एसडीआरएफ ने साबित किया है कि वह मानवता, इंसानियत के साथ हर मुश्किल मोर्चे पर डटा है । शनिवार को मानवता के धर्म युद्ध में एसडीआरएफ में एक और धर्म निभाया। बताया गया है कि हल्द्वानी सुशीला तिवारी में संक्रमित हुए शवों को जिनके परिजनों ने दाह संस्कार में आने की जद्दोजहद नहीं की तो एसडीआरएफ में मदद का हाथ बढ़ाते हुए अपना फर्ज निभाया। एसबीआई बल के इंस्पेक्टर राजेंद्र परिवार ने टीम के साथ सभी साथियों का भारत सरकार द्वारा जारी s.o.p. के नियमों का पालन करते हुए दाह संस्कार किया इसके अलावा उत्तरकाशी में भी एसडीआरएफ जवानों ने एक शव का दाह संस्कार किया। जबकि शुक्रवार को उत्तरकाशी में टीम के द्वारा दो शवों को मुखाग्नि दी गई थी। इसके अलावा भी एसडीआरएफ लगातार कोरोना काल में लोगों की मदद में जुटा हुआ है। लोगों को जागरूक करने के अलावा एसडीआरएफ ने एक सचिवालय स्थित आपदा परिचालन केंद्र में कंट्रोल रूम स्थापित किया है जहां पर हर मदद के प्रयास किए जा रहे हैं