उत्तराखंड: पौड़ी/अल्मोड़ा/सोनप्रयाग- सतपुली में मलवे मे फंसे कार सवार दो युवकों को एसडीआरएफ ने रेस्क्यू कर सुरक्षित कार से बाहर निकाला। इसके अलावा दो और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया कर अन्य ज़िन्दगियों को भी सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया।
देखें वीडियो : एसडीआरएफ रेस्कयू ऑपरेशन के दौरान लोगों को जान बचाने के बाद सुरक्षित स्थान तक ले जाती
केस :1- 18 अक्टूबर की रात एसडीएम तहसील सतपुली से, एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम को सूचित किया कि हंस फाउंडेशन अस्पताल के पास एक वाहन मलवे मे फंसा है। जिसमे कुछ व्यक्ति सवार है। जिसे बाहर निकालने के लिए एसडीआरएफ टीम की आवश्यकता है।
सूचना पर आरक्षी सतेन्द्र सिंह के हमराह टीम तत्काल घटनास्थल के लिये रवाना हुई।
रेस्क्यू टीम को मौके पर पता चला कि, वाहन में कल्याण सिंह पुत्र बहादुर उम्र 33 निवासी हैडाखोली और राहुल पुत्र विकास उम्र 32 निवासी झडकडी कुडिगांव सतपुली, सवार थे, जो कि हंस फाउंडेशन अस्पताल से अपने घर की ओर जा रहे थे। रास्ते मे अत्यधिक वर्षा के कारण उक्त वाहन एक गदेरे से मलवा की चपेट मे आ गया, जिससे दोनो युवक मलवे मे फंस गये। समय रहते एसडीआरएफ देवदूत बन कर पहुची।रेस्क्यू टीम द्वारा बिना समय गवाये घटनास्थल से व्यक्तियों को सकुशल बाहर निकाला गया। रेस्क्यू टीम आरक्षी सतेन्द्र सिंह के हमराह आरक्षी दिनेश चंद, आरक्षी रामनरेश चौहान,आरक्षी जितेन्द्र सिंह व आरक्षी मुकेश रावत शामिल रहे।
केस 2 :- सरियपानी अलमोड़ा मे ढही एक मकान की दीवार, मलबे से एक किशोरी का एसडीआरएफ ने किया सकुशल रेस्क्यू
19अक्टूबर ,2021 की सुबह लगभग पौने पांच बजे एसडीआरएफ टीम को सूचना मिली कि हीरा डूंगी अल्मोड़ा में एक मकान ध्वस्त हो गया है जिसमें एक लड़की फंसी हुई है। सूचना मिलते ही निरीक्षक गजेंद्र परवाल के हमराह टीम तत्काल घटनास्थल के लिए रवाना हुई।
रेस्क्यू टीम को घटना स्थल पर पहुंचने पर पता चला कि लडकी अरुना(गुनगुन) पुत्री स्व0 त्रिलोक सिंह उम्र 14 वर्ष निवासी हीरा डूंगी अल्मोड़ा जो कि मकान के नीचे मलवे मे दब गई थी।रेस्क्यू टीम द्वारा उक्त लडकी को मलवे से घायल अवस्था मे बाहर निकाला गया और टीम द्वारा 108 के माध्यम से उपचार कलिये तुरन्त अस्पताल भेजा गया। एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम में निरीक्षक गजेंद्र परवाल के हमराह मुख्य आरक्षी बहादुर सिंह, आरक्षी दरमान सिंह, आरक्षी नीरज, आरक्षी हरीश पांडेय, आरक्षी गिर्देश जोशी, आरक्षी ललित जोशी, गिरीश टाकुली, आरक्षी पंकज कुमार, आरक्षी राकेश व श्रीदयल पंकज भट्ट शामिल रहे।
केस 3:- : एसडीआरएफ उत्तराखंड पुलिस द्वारा जंगल चट्टी से यात्रियों को देर रात सुरक्षित पहुचाया गौरीकुंड
एसडीआरएफ पोस्ट सोनप्रयाग को रात चौकी सोनप्रयाग से सूचना मिली कि जंगल चट्टी के पास कुछ यात्री फंसे है । लगातार हो रही बारिश के कारण लैंडस्लाइड व मलबे आने का खतरा बना हुआ है ।अतः यात्रियों को सुरक्षित लाने हेतु एसडीआरएफ की आवश्यकता है।
सूचना पर एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम तत्काल जंगल चट्टी एक लिए रवाना हुई। रात्रि का अंधेरा और गर्जन के साथ हो रही मूसलाधर बारिश ,रेस्क्यू में बाधा उतपन्न करने कि लाख कोशिश कर रही थी। एसडीआरएफ के सामने लक्ष्य था ,संकट में फंसी कई यात्रियों की जान की सुरक्षा का , जिसके समक्ष ये सारी बाधाएं बौनी थी। तमाम मुश्किलातों को दरकिनार करते हुए रेस्क्यू टीम जंगल चट्टी पहुची जहाँ लगभग 22 यात्री मिले। सभी यात्री केदारनाथ मन्दिर में दर्शन के उपरांत वापस आ रहे थे। अचानक बारिश तेज़ हो जाने के कारण समय से नीचे नही पहुँच पाए।
बारिश में बढ़ते खतरे को देख एसडीआरएफ द्वारा बिना वक्त गवाए समस्त यात्रियों को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करते हुए नीचे लाया गया। उक्त यात्रियों में से एक महिला,नाम सुषमा रानी उम्र 55, निवासी सोनीपत ,हरियाणा की तबीयत ज़्यादा खराब हो रही थी ।बारिश में भीग जाने के कारण ठंड से चलने में भी असमर्थ थी । महिला को टीम द्वारा स्ट्रेटचेर की मदद से नीचे लाया गया। सभी यात्रियों को समय रहते सुरक्षित गौरीकुंड लाया गया। एसडीआरएफ रेस्क्यू टीम में मुख्य आरक्षी हरीश बंगारी, का0 मनीष रोतेला, का0 आशीष तोपाल, का0 प्रदीप रावत, का0 दीपक कुपनियाल, का0 दीपक कुमार, का0 अजय बिष्ट,का0 महेश शामिल रहे।