पुलिस मुख्यालय में आयोजित पुलिस ऑफिसर्स कांफ्रेंस का बुधवार को समापन
देहरादून : बदमाशों और अपराधियों में पुलिस का खौफ बढ़ाने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स की ऑपरेशनल दक्षता को बढ़ाया जाएगा। ये निर्णय पुलिस मुख्यालय में आयोजित पुलिस ऑफिसर्स कांफ्रेंस के दौरान लिया गया। इसके अवाला भी करीब डेढ़ दर्जन महत्वपूर्ण निर्णय इस सम्मेलन के दौरान लिए गए है। बुधवार को सम्मेलन का समापन हो गया है।
वीरवार को सम्मेलन के आखिरी दिन मौजूद पुलिस अधिकारियों ने प्रेजेंटेशन के जरिए शिकायत निवारण, यातायात प्रबंधन, महिला सुरक्षा, साइबर क्राइम, ड्रग्स सम्बन्ध में किये जा रहे इंफोर्समेंट, अवेयरनेस व भविष्य की कार्ययोजना के सम्बन्ध में अपने विचार रखे।
सम्मेलन में लिए गए अहम निर्णय
-बदमाशों एवं अपराधियों में पुलिस का खौफ हो इसके लिए एसटीएफ की ऑपरेशनल दक्षता को बढ़ाना
– स्मार्ट पुलिसिंग पर जोर, सीसीटीवी मैपिंग, लोगों को सीसीटीवी लगाने के लिए जागरूक करने की बात कही गई।
– गैंगस्टर में कार्यवाही व उनकी अवैध रूप से अर्जित संपत्ति कुर्की की जाएगी।
– महिला से सम्बन्धित अपराधों को पंजीकरण, पीड़ित के प्रति संवेदनशीलता के निर्देश
– बलात्कार, पोक्सो एक्ट से सम्बन्धित अभियोगों की विवेचना दो माह के भीतर पूरी हो जाये।
– 2500 रुपए से ऊपर इनाम राशि के अपराधियों की गिरफ्तारी की जिम्मेदारी एसओजी को
– अंतरराज्यीय बेरियर्स पर मादक पदार्थों की चेकिंग के लिए स्निफर डॉग को तैनाती
– मादक पदार्थों में दो से अधिक अभियोगों में लिप्त अभियुक्तों की हिस्ट्रीशीट खोली जाएगी।
– साइबर हेल्पलाइन नम्बर 155260 का व्यापक प्रचार-प्रसार
– फायर रिस्पांस एंड रेस्क्यू के लिए तकनीकी उपकरण, फायर फाइटिंग रोबोट, मल्टी पर्पस स्मॉल व्हीकल, वाटर मिस्ट ब्लोअर की जरूरत के मुताबिक खरीदारी
– फायर सर्विस में तैनात जवानों को राहत, खोज एवं बचाव के लिए एसडीआरएफ का बेसिक कोर्स
– दार्मा घाटी में एसडीआरएफ की पोस्ट खोलने का प्रयास
– जिन थानों में महिला उपनिरीक्षक और महिला कांस्टेबल तैनात नहीं हैं, वहां 15 दिवस के भीतर महिला उपनिरीक्षक और महिला कांस्टेबल होगी
– रैश-स्टंट ड्राइविंग, नशे की हालत में वाहन चलाना, वाहन चलाते हुए मोबाइल पर बात करना, ओवरलोडिंग, ओवर स्पीडिंग पर फोकस कर चालान
– बोटल नेक्स को कम, ब्लैक स्पॉट्स पर प्रभावी कार्यवाही
– चालान का ऑनलाइन भुगतान करने की सुविधा व समस्याओं का भी निराकरण
– ट्रैफिक आई ऐप का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए
अशोक कुमार, डीजीपी उत्तराखंड ने बताया कि उत्तराखण्ड पुलिस को स्मार्ट बनाना, दक्षता को बढ़ाना प्राथमिकता है। कार्य, आचरण में पारदर्शिता, ईमानदारी, स्वच्छ छवि, अनुशासन, अच्छा व्यवहार, संवाद, कार्य के अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया है। बच्चों, महिलाओं, कमजोर वर्गो के खिलाफ अपराधों में संवदेनशील होकर कार्य करने, शिकायतों के निस्तारण करने के सम्बन्ध में ब्रीफ करने को कहा गया है। पब्लिक डिलिवरी बढ़ानी है। ऑपरेशनल, एडमिनिस्ट्रेशन दोनों तरफ शत प्रतिशत देना है। सभी की जवाबदेही तय की जाए, चाहे वह किसी भी रैंक का हो।