उत्तराखंड : कोई कावड़ियां अगर राज्य में प्रवेश करता है तो उसको 14 दिन के लिए क्वारंटाइन होना होगा जैन धर्मशाला और ग्रामीण इलाके में वैश्य धर्मशाला को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। राज्य की सीमाओं में चेकिंग भी बढ़ा दी गई है।
एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत के मुताबिक कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए कांवड़ यात्रा को राज्य सरकार ने प्रतिबंधित किया गया है। कांवड़ियों का हरिद्वार, देहरादून व अन्य स्थानों पर प्रवेश वर्जित किया गया है।
निर्देश दिए गए हैं कि यदि कोई कांवड़िया किसी भी जनपद की सीमा प्रवेश करता है तो उसे संबंधित जनपद में स्थित क्वारन्टीन सेंटर में 14 दिन के लिए क्वारन्टीन किया जाएगा। देहरादून में नगर क्षेत्र में जैन धर्मशाला तथा विकासनगर क्षेत्र में वैश्य धर्मशाला को क्वारन्टीन सेन्टर बनाया गया है
। क्वारन्टीन सेन्टर में जनपद की सीमा में प्रवेश करने वाले कांवड़ियों को क्वारन्टीन किया जाएगा। सीमा में प्रवेश करने वाले प्रत्येक वाहन की चेकिंग भी की जा रही है। चेक पोस्ट आशा रोड़ी, कुल्हाल, दर्रा रेट पर कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ियों के प्रवेश को रोकने के लिए 11 सब इंस्पेक्टर, 3 महिला सब इंस्पेक्टर, 02 हेड कांस्टेबल, 42 पुरुष कांस्टेबल और 10 महिला कांस्टेबल की अतिरिक्त तैनाती की गई है।
साथ ही सीमा पर स्थित चेक पोस्ट आशा रोड़ी में एक प्लाटून पुरुष पी.ए.सी और डेढ़ सेक्शन महिला पी.ए.सी, कुल्हाल में डेढ़ सेक्शन पुरुष पी.ए.सी और ऋषिकेश क्षेत्र में एक प्लाटून पुरुष पी.ए.सी. को नियुक्त किया गया है।