देहरादून : प्रेमी-प्रेमिका हत्या, साक्ष्य छिपाने और षड़यंत्र रचने के दोषी हुए करार।।
प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या करने का दोष प्रेमी-प्रेमिका पर साबित हो गया है। मंगलवार को एजीजे चतुर्थ चंद्र मणि राय की कोर्ट ने दोनों को हत्या 302, साक्ष्य छिपाने 201 और षड़यंत्र रचने 120 बी का दोषी करार दिया है। सजा पर फैसला 2 सितम्बर (कल) सुनाया जाएगा। घटना के बाद से दोनों जेल में ही थे।
सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता (फौजदारी) जय कृष्ण जोशी ने बताया कि 16 जून 2018 को रायपुर थाना क्षेत्र के रिंग रोड किसान भवन के पास कार में किशोर चौहान (टीचर) का शव मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला था कि टीचर की हत्या गला घोंटकर की गई है। 17 जून को मृतक किशोर चौहान के भाई की शिकायत पर रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। 28 जून को मृतक किशोर चौहान की पत्नी स्नेहलता और उसके प्रेमी सिपाही अमित पार्ले की गिरफ्तारी कर ली गई थी। बताया कि इस मामले में 36 गवाह अभियोजन पक्ष की तरफ से पेश हुए।
प्रेमी प्रेमिका के बीच एक माह में दो सौ से ज्यादा बार फोन कॉल
पुलिस ने जांच के दौरान जो साक्ष्य एकत्र किए उसमें मोबाइल कॉल्स डिटेल और वॉइस रिकॉर्डिंग अहम सबूत साबित हुए। दोषी स्नेहलता ने अपनी जेठानी से भी बात की थी जिसमें घटना का भी जिक्र था। इसके अलावा मोबाइल रिकॉर्डिंग और वाइस स्पेलिंग की जांच में भी कराई गई थी। पुलिस का जांच में पाया गया कि दोनों के बीच एक माह के दरमियान दौ सौ से ज्यादा बार बात हुई थी।
नया सिम और मोबाइल एक ही दिन इस्तेमाल
दोषी अमित पार्ले ने घटना के दिन जो मोबाइल और सिम इस्तेमाल किया था। वह महज घटना के दिन कुछ ही घंटों के लिए इस्तेमाल हुआ था। अमित ने बड़ी चालाकी से किसी और के नाम से सिम लिया था। कोर्ट में जो गवाह अभियोजन पक्ष की तरफ से पेश हुए उन्होने गवाही दी कि अमित ने उनके नाम से नया सिम लेने की बात कही थी। अमित का आधार कार्ड भी स्नेहलता के घर से बरामद हुआ था।
ये था मामला–16 जून को रायपुर क्षेत्र में रिंग रोड के किनारे एक कार में शिक्षक का शव मिला था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हत्या किए जाने की बात सामने आई थी। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद खुलासा किया था। कि आठ जून को एक होटल में स्नेहलता और अमित ने किशोर की हत्या की प्लानिंग की थी। बताया गया था कि दोनों के बीच काफी समय से प्रेम प्रसंग था। एक दूसरे के साथ रहने की चाहत में ही शिक्षक को रास्ते से हटा दिया। सिपाही अमित पार्ले हरिद्वार जिले में तैनात था। स्नेहलता और अमित कॉलेज के समय से एक दूसरे को जानते थे। 2017 में एक बार फिर स्नेहलता और सिपाही की मुलाकात हुई थी । अमित ने किशोर चौहान से नजदीकियां बढ़ाई 15 जून की रात किशोर के साथ गाड़ी में घूमने निकला और हत्या कर दी गई।