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देहरादून, 27 जुलाई : कमरे में रिस रह एलपीजी (घरेलू गैस) में अचानक ब्लास्ट हुआ और सो रहे पति-पत्नी, दो जुड़वा भाई बहन सहित तीन बच्चे झुलस गए। हादसे की वजह बंद कमरे में गैस की रिसाव के दौरान बिजली की नंगी तार में स्पार्किंग बताया गया है। घटना रविवार सुबह पटेलनगर कोतवाली क्षेत्र के टपरी, पूर्वी पटेनगर की है। परिवार के पांचों सदस्यों का उपचार दून हॉस्पिटल में चल रहा है। पटेलनगर कोतवाली पुलिस के ने बताया कि एलपीजी सिलिंडर से गैस रिसाव के कारण धमाके से दंपत्ती और उनके तीन बच्चे झुलस गए थे। सूचना मिलन पर पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर फॉरेंसिक टीम और बम डिस्पोजल स्क्वाड को बुलाकर घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया। जांच में पता चला कि एलपीजी सिलेंडर में रात भर रिसाव और बिजली के तारों से हुई स्पार्किंग के कारण ब्लास्ट हुआ है
—धमाके की आवाज से मची अफरा तफरी— बताया गया कि सुबह पुलिस कंट्रोल रूम में ब्लास्ट की सूचना दी गई। बताया गया था कि टपरी, पूर्वी पटेलनगर में एक घर में ब्लास्ट हुआ है। जिस में बच्चे सहित पांच लोग घायल हो गए है। आनन फानन में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा। मौके पर देखा कि महिला पुरूष सहित तीन बच्चे झुलसे हुए थे। एम्बूलेंस 108 के माध्यम से दून अस्पताल भिजवाया गया। मौके पर फॉरेंसिक टीम व बीडीएस टीम को भी जांच के लिए बुलाया गया। तफ्तीश के बाद विस्फोटक सामग्री जैसी कोई चीज नहीं मिली । पता चला कि एक छोटे से कमरे में घायल विजय साहू अपने बच्चों सहित रहता था। रात्रि से कमरे के खिड़की दरवाजे पूरी तरह से बंद थे। उसी कमरे में खाने के गैस सिलिंडर चूल्हा लगा हुआ था। राक से धीरे धीरे गैस रिसाव होता रहा था। सुबह 6:45 बजे के आस पास बिजली के स्विच में लगी नंगी तार में हल्की सी स्पार्किंग होने पर कमरे में गैस में आग लग गई और धमाका हुआ। जिस कारण परिवार झुलस गया। –
–जबरदस्त धमाके से दरवाजा और दीवार क्षतिग्रस्त— धमका इतना जबरदस्त था कि कमरे में की एक एक दीवार का हिस्सा व दरवाजा भी क्षतिग्रस्त हों गया। फॉरेंसिक जांच में पता चला कि घटना एलपीजी रिसाव की वजह से हुआ। घायलों के झुलसने की स्थिति से पता लगाया गया कि एलपीजी फ्लैम बर्न है। घायलों का इलाज दून अस्पताल में जारी है। धमाके का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि कमरे में रखा प्लास्टिक का सामान सिकुड गया।
—घायलों की जानकारी – बताया कि विजय साहू मजदूरी का काम करते है। ग्राम असहीपुर जिला बलरामपुर उत्तर प्रदेश के रहने वाले है। बीते कुछ साल से टपरी पटेलनगर में एक किराए के कमरे में रहते है। हादसे में विजय साहू, उनकी पत्नी सुनीता, 11 साल का बेटा अमर, जुड़वा बच्चों में शामिल 08 साल का सनी और आठ साल की अनामिका झुलसे है। –शरीर के जिस हिस्से में थे कपड़े, वो सुरक्षित- पुलिस के मुताबिक सभ खरते से बाहर है। बताया कि कमरे में गैस के रिवास के कारण गैस कमरे में एकत्र होती रही और एका एक बिजली के तार में सर्किट होने से गैस ने आग पकड़ी और ब्लास्ट हो गया। बताया कि गैस की आग की चपेट में से रहा परिवार चपेट में आ गया। शरीर के जिस हिस्से में कपड़े थे वह हिस्सा सुरक्षित है। बाकि जिस हिस्से पर कपड़े नहीं थे वह झुलस गया है। आठ साल का एक बच्चा ज्यादा झुलसा है। –
–8×8 के कमरे में एक खड़की, वो भी थी बंद— जिस कमरे में हादसा हुआ परिवार उसी कमरे में खाना बनाता था। कमरे में घरेलू गैस सिलेंडर भी रखा हुआ था। गैस सिलेंडर में से गैस का रिसाव होता रहा। आठ बाई आठ के कमरे में एक खिड़की थी वह भी बंद थी। जिसका नतीजा ये हुआ कि गैस कमरे में जमा होती रही। परिवार सो रहा था इसलिए किसी को गैस की गंध भी महसूस नहीं हुई। देखा गया कि कमरे में कुछ बिजली की तारें नंगी भी थी। जिसमें शॉर्ट सर्किट और स्पार्किंग होने की वजह से गैस ने आग पकड़ी और चारों तरफ से बंद कमरा होने और कोई वेंटिलेशन ना होने की वजह से गैस में ब्लास्ट हो गया। फोटो—